पशुओं का डॉक्टर कैसे बने – पशु चिकित्सा कोर्स

भारत में पशुपालन और पक्षी पालन का काम काफी पुराने समय से होता आ रहा है. दुनिया में सबसे ज्यादा पशु और पक्षी पालन का काम भारत में किया जाता है. लेकिन हर साल काफी ज्यादा पशु और पक्षी चिकित्सा सुविधा के अभाव में मर जाते है. क्योंकि भारत में पशु चिकित्सकों की संख्या काफी कम है. आज हर युवा बड़ी नौकरी के चक्कर में पशु चिकित्सक की तरफ ध्यान ही नही देता. जिस तरह बाकी सभी प्रोफेशन में लगातार बहुत ज्यादा प्रतिस्पर्धा बढ़ती जा रही है. वहीं पशु चिकित्सक यानी वेटनरी एक ऐसा कोर्स बन चुका है, जिस पर लोग काफी कम ध्यान दे रहे हैं. अगर आप पशु पक्षियों से प्यार करते हैं तो इसका कोर्स आपको अपने शोक के साथ साथ एक प्रोफेसन भी दे सकता है. जिससे आप अच्छी कमाई कर सकते हैं. आज हम आपको वेटनरी कोर्स और एक वेटनरी क्या क्या करता हैं उनके बारें में बताने वाले हैं.

पशुओं का डॉक्टर कैसे बने

इस कोर्स को कौन कौन कर सकता है.

वेटनरी का कोर्स कर आप अपना करियर एक पशु चिकित्सक के रूप में शुरू करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको 11 क्लास में बायलोजी के साथ फिजिक्स और केमिस्ट्री का चयन करना होता है. क्योंकि इसे करने के लिए बायलोजी का होना अनिवार्य होता है. इसके अलावा वेटनरी का कोर्स करने के लिए 12 क्लास में कम से कम 50 प्रतिशत मार्क्स का होना भी जरूरी होता हैं. अगर आपके पास बायलोजी है और 12 बोर्ड क्लास में 50 प्रतिशत से कम मार्क हैं तो आप इसे नही कर सकते.

अप्लाई कैसे करें.

वेटनरी का डिप्लोमा या डिग्री दोनों ही सीधे नही किये जाते. इसके लिए पहले एक पेपर होता हैं. जिसमें सिलेक्ट हुए विद्यार्थी ही इसका कोर्स कर सकते हैं. इस पेपर को वेटनरी प्रवेश परीक्षा के नाम से जाना जाता है. जिसको वेटरनरी काउंसिल ऑफ इंडिया (वीसीआई) हर साल मई और जून के महीने में आयोजित करवाता है. जिसके लिए ऑनलाइन आवेदन की सुविधा प्रदान की जाती है. इसका आवेदन वीसीआई द्वारा जारी वेबसाइट पर कर सकते है. आवेदन करने के लिए आप अपने उचित सभी दस्तावेज लेकर अपने नज़दीकी सहायता केंद्र पर जाकर आवेदन कर सकते हैं. इसके आवेदन के दौरान जाती के आधार पर फीस भी लगती है. जो ऑनलाइन या बैंक ड्राफ्ट के माध्यम से जमा की जाती है.

आवेदन के कुछ दिनों बाद इसका पेपर और फिर रिजल्ट घोषित कर दिया जाता है. जिसके बाद पास होने वाले विद्यार्थियों को उनके नंबर के हिसाब से कॉलेज दे दी जाती है. इसके लिए भारत की कुछ टॉप कॉलेज हैं. जिन्हें आप अपनी पसंद के हिसाब से सिलेक्ट कर सकते हैं.

  1. खालसा कॉलेज ऑफ वेटरनरी एंड एनिमल साइंसेज, पंजाब
  2. इंडियन वेटरनरी रिसर्च इंस्टीट्यूट, बरेली यूपी
  3. कॉलेज ऑफ वेटरनरी एंड एनिमल साइंस, बीकानेर
  4. नेशनल डेयरी रिसर्च इंस्टीट्यूट, करनाल
  5. इंडियन वेटरनरी रिसर्च इंस्टीट्यूट कोलकाता
  6. मद्रास वेटरनरी कॉलेज, चेन्नई

इनके अलावा काफी अलग अलग सरकारी और प्राइवेट कॉलेज भी हैं जो इस र्कोस को करवाती हैं. प्राइवेट कोलेजों की फ़ीस अलग अलग पाई जाती हैं. लेकिन सरकारी कॉलेजों से ज्यादा पाई जाती हैं.

कोर्स का चुनाव

प्रवेश परीक्षा पास करने के बाद इसके कोर्स का चुनाव किया जाता हैं. जो डिग्री और डिप्लोमा के माध्यम से किये जाते हैं. जिनको पूर्ण करने की भी अवधि अलग अलग होती हैं.

  1. बैचलर ऑफ वेटरनरी साइंस एंड एनिमल हस्बैंड्री – वेटनरी करने वाले विद्यार्थियों के लिए यह डिग्री कोर्स है. जो पांच साल बाद पूर्ण होता है.
  2. डिप्लोमा इन वेटरनरी फार्मेसी – यह एक डिपलोमा कोर्स है जो दो साल में पूर्ण हो जाता है.
  3. मास्टर ऑफ वेटरनरी साइंस – यह एक मास्टर डिग्री है. जो बैचलर ऑफ वेटरनरी साइंस एंड एनिमल हस्बैंड्री करने वाला विद्यार्थी की ही कर सकता हैं. यह डिग्री दो साल में पूर्ण हो जाती हैं.
  4. पीएचडी इन वेटरनरी साइंस – या भी दो वर्षीया डिग्री होती है. जिसे मास्टर ऑफ वेटरनरी साइंस करने वाला विद्यार्थि कर सकता हैं.

वेटनरी डॉक्टर क्या करता है.

वेटनरी डॉक्टर का मुख्य काम पशुओं को लगने वाले रोगों की पहचान कर उनका इलाज़ करना. और नवजात पशु का टीकाकरण करना ताकि उन्हें कई रोगों से बचाया जा सके. इनके अलावा हर मौसम के आधार पर पशुओं में होने वाली मौसमी बीमारी से बचाने के लिए भी पशुओं का टीकाकरण करना. अगर वेटनरी डॉक्टर की नौकरी किसी डेयरी फार्म पर लगी हो तो उसे नियमिन अंतराल पर पशुओं की देखभाल और उनका समय समय पर टेस्ट करना होता है.

वेटनरी डॉक्टर की जॉब और सैलरी

वेटनरी डॉक्टर को किसी भी एनिमल रिसर्च सेंटर, शिक्षण संस्थान, डेयरी फार्म और फार्मास्यूटिकल कंपनी में आसानी से जॉब मिल जाता हैं. इसके अलावा थोड़ी मेहनत कर किसी सरकारी संस्था में भी आसानी से जॉब प्राप्त कर सकता है. क्योंकि इस फिल्ड में अभी कॉम्पिटिशन काफी कम है. इसके अलावा खुद का क्लीनिक खोलकर भी वेटनरी डॉक्टर अपना करियर बना सकता है.

वेटनरी डॉक्टर को सरकारी संस्थानों में पद के आधार पर सैलरी दी जाती हैं. लेकिन प्राइवेट संस्थानों में शुरुआत में हर महीने लगभग 10 से 15 हजार रूपये मिल जाते है. जो अनुभव के आधार पर बढ़ते रहते हैं. कुछ समय बाद वेटनरी डॉक्टर को अच्छीखासी तनख्वाह मिलने लग जाती हैं. लेकिन जो अपनी खुद की क्लीनिक खोलकर अपना करियर शुरू करता हैं वो भी कुछ समय बाद अच्छी खासी कमाई करना शुरू कर देता है.

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