लैवेंडर की खेती कैसे करें

लैवेंडर की खेती नगदी फसल के रूप में की जाती हैं. इसका पौधा कई तरह से उपयोगी माना जाता हैं. इसके पौधों पर खिलने वाले फूलों का इस्तेमाल सजावट से लेकर खाने तक किया जाता हैं. खाने में इसके फूलों का इस्तेमाल कई तरह के व्यंजनों और मिठाइयों को खुशबूदार बनाने के लिए किया जाता … Read more

गुड़मार की खेती कैसे करें

गुड़मार की खेती औषधीय पौधे के रूप में की जाती है. इसके पौधे लता के रूप में फैलते हैं. जिसके पत्तों पर रोयें पाए जाते हैं. इसका पौधा रोपाई के लगभग एक से दो साल बाद पैदावार देना शुरू करता हैं. इसके पौधे की पत्तियों के खाने के बाद कोई भी मीठी चीज खाने पर … Read more

काली हल्दी की खेती कैसे करें

हल्दी मुख्य रूप से दो प्रकार की होती है, काली और पीली हल्दी जो इनके रंग के आधार पाई जाती है. दोनों हल्दियों का औषधीय और सौंदर्य प्रसाधन के रूप में इस्तेमाल किया जाता है. इनके अलावा पीली हल्दी का खाने में इस्तेमाल किया जाता है. और काली हल्दी का तांत्रिक गतिविधियों में इस्तेमाल होता … Read more

शंखपुष्पी की खेती कैसे करें

शंखपुष्पी की खेती पहले मरुस्थलीय भू-भागों में ऊंट के चारे के लिए की जाती थी. लेकिन जब से इसके औषधीय गुणों के बारें में पता चला हैं तब से इसकी खेती व्यापक रूप से की जाने लगी है. वर्तमान में किसान भाई इसकी खेती से अच्छा लाभ कमा रहे हैं. शंखपुष्पी की खेती उत्तर और … Read more

ब्राह्मी की खेती कैसे करें

ब्राह्मी की खेती औषधीय पौधे के रूप में की जाती है. इसके पौधे के सभी भागों का इस्तेमाल किया जाता है. ब्राह्मी का इस्तेमाल कैंसर, मिरगी, मूत्र वर्धक, दमा, रसौली, नीमिया और पेट संबंधित बीमारियों में किया जाता हैं. आयुर्वेद चिकित्सा में इसका इस्तेमाल काफी अधिक किया जाता है. इसका पौधा दो से तीन फिट … Read more